
मैं ओर मेरी मोबाइल अक्सर आपस में बातें करते है, तू जब मेरे पास नहीं होती है तो लगता है जैसे जीवन रुक सा गया है / मैं तुमसे बहुत प्यार करने लगा हूँ / तुम मुझे अपडेट रखने में बहुत मदद करती हो / तू तो चलती फिरती मेरी जिन्न है..जो हमेशा पूछती रहती हो.. क्या हुक्म है आका ?
सच, तुम्हारे बिना तो आज के जीवन की परिकल्पना ही बेकार है / लोग कहते है की मोबाइल बहुत ही बुरी चीज़ है / यह लोगों का सुख चैन छीन लिया है ,इसके बहुत सारे अवगुण गिनाने लगते है, यहाँ तक कि मानसिक बीमारी का भी कारण बताने लगे है / परन्तु जो भी हो मैं इस गजेट से कुछ अच्छी बाते भी सीखी है /

जी हाँ, इस मोबाइल से ही ज़िन्दगी के चार मूल मंत्र सीखे है / सुबह उठते ही मोबाइल को चार्ज करना नहीं भूलते…
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